उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा को लेकर बड़ा खुलासा किया गया है। एफआईआर करने वाले इंस्पेक्टर ने जानकारी देते हुए एफआईआर में लिखा कि सुनियोजित तरीके से परीक्षा का पेपर लीक कराया गया है।
यूपी पुलिस की कांस्टेबल भर्ती परीक्षा को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। एफआईआर करने वाले इंस्पेक्टर ने एफआईआर कॉपी में लिखा सुनुयोजित तरीके से पेपर लीक हुआ है। कृष्णानगर थाने में लखनऊ के मोहन लाल गंज थाने में तैनात पुलिस इंस्पेक्टर राम बाबू सिंह ने एफआईआर दर्ज कराते हुए बताया कि 18 फरवरी को अलीनगर सुनहरा स्थित सिटी मॉडर्न अकेडमी स्कूल में पुलिस भर्ती परीक्षा हो रही थी।
शाम की पाली का पेपर 12:56 ही हो गया था लीक
पुलिस इंस्पेक्टर ने आगे कहा कि परीक्षा की दूसरी पाली में केंद्र पर वो, जूनियर इंजिनियर सिंचाई विभाग स्टेटिक मैजिस्ट्रेट अम्बरीश कुमार वर्मा, जूनियर इंजिनियर लोक निर्माण विभाग लखनऊ स्टेटिक मैजिस्ट्रेट सौरभ यादव और केंद्र व्यवस्थापक प्रियंका सोनी ड्यूटी पर थी। शाम करीब 4:55 बजे कक्ष संख्या-24 निरीक्षक वंदना कनौजिया और विश्वनाथ सिंह ने सूचना दी कि परीक्षार्थी सत्य अमन कुमार पर्ची से नकल कर ओएमआर सीट भर रहा था। इस सूचना पर जब परीक्षार्थी का तलाशी ली गई तो उसके पास से विभिन्न सवालों की पर्चियां बरामद हुईं। जब उससे कड़ी पूछताछ की गई तो उसने बताया कि, उसे 12 बजे के आस पास ही उसके एक जानकार युवक नीरज ने उत्तर उसके व्हाट्सएप पर भेजे थे, जिसे उसने एक पर्ची में लिख कर उससे नकल कर रहा था।
सुनियोजित तरीके से लीक हुआ पेपर
इंस्पेक्टर राम बाबू के मुताबिक, जब एग्जाम सेंटर के स्ट्रॉन्ग रूम में रखे अभ्यर्थी के मोबाइल को चेक किया गया तो उसके व्हाट्सएप पर 12: 56 बजे नीरज के नंबर से हाथ से लिखे गए उत्तर भेजे गए थे। जब इसका मिलान सेंटर पर बंटे प्रश्न पत्र से मिलान कराया गया तो सभी यह देख कर हैरान हो गए कि, व्हाट्सएप पर भेजे गए सभी उत्तर प्रश्न पत्र से मिलान हो रहे थे। दिन में भेजे गए उत्तर, शाम की पाली के प्रश्न पत्र की संख्या से तो अलग अलग थे, लेकिन सभी प्रश्न उत्तर से मिलने कर रहे थे। ऐसे में 18 फरवरी की दूसरी पाली में हुई परीक्षा का यह पेपर सुनियोजित तरीके से लीक किया गया है।