Kapil Dev On BCCI Central Contract: ‘कुछ को तकलीफ होगी…’, कपिल देव ने BCCI के फैसले का किया समर्थन, ईशान-श्रेयस को दी नसीहत

Arjun
By Arjun

श्रेयस अय्यर और ईशान किशन को बीसीसीआई की सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से बाहर कर दिया गया है. दोनों खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट नहीं मिलने की सजा मिली. पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने बीसीसीआई के फैसले का सपोर्ट किया है.

भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) ने हाल ही में भारतीय खिलाड़ियों की सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट जारी की थी. अबकी बार कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में कुल 30 खिलाड़ियों को जगह मिली है. ग्रेड A+ में चार, A में छह, ग्रेड B में पांच और ग्रेड C में सबसे ज्यादा 15 खिलाड़ियों को शामिल किया गया है. खिलाड़ी के साथ ये करार सितंबर 2023 से लेकर अक्टूबर 2024 तक के लिए है.

 

देश से बढ़कर कोई नहीं: कपिल देव

इस बार सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की बड़ी बात यह है कि श्रेयस अय्यर और ईशान किशन इसमें शामिल नहीं हैं. दोनों खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट नहीं खेलने की सजा मिली है. इरफान पठान और कीर्ति आजाद जैसे दिग्गज खिलाड़ियों ने बीसीसीआई के इस फैसले से सहमत नहीं दिखे और उन्होंने श्रेयस-ईशान का खुलकर सपोर्ट किया.

देश से बढ़कर कोई नहीं: कपिल देव

इस बार सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की बड़ी बात यह है कि श्रेयस अय्यर और ईशान किशन इसमें शामिल नहीं हैं. दोनों खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट नहीं खेलने की सजा मिली है. इरफान पठान और कीर्ति आजाद जैसे दिग्गज खिलाड़ियों ने बीसीसीआई के इस फैसले से सहमत नहीं दिखे और उन्होंने श्रेयस-ईशान का खुलकर सपोर्ट किया.

हालांकि पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव बीसीसीआई के सपोर्ट में आ गए हैं. कपिल देव का मानना है कि रणजी ट्रॉफी जैसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट्स को बढ़ावा देना काफी जरूरी है. कपिल देव का मानना है कि इससे कुछ खिलाड़ियों को तकलीफ होगी तो होने दो क्योंकि देश से बढ़कर कोई नहीं है.

कपिल देव ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं कि क्रिकेट बोर्ड ने फक्स्ट क्लास क्रिकेट के लिए एक कदम आगे बढ़ाया है. लड़कों को फर्स्ट क्लास खेलना चाहिए, यह देश के लिए अच्छा है. जो भी देश के लिए अच्छा है, मैं उससे खुश हूं. हां, कुछ खिलाड़ियों को इसका नुकसान होगा. कुछ को तकलीफ होगी…होने दो, लेकिन देश से बढ़कर कोई नहीं है

कपिल ने कहा कि घरेलू क्रिकेट की अहमियत बरकरार रखने के लिए बीसीसीआई को फैसला लेना ही था. अपनी कप्तानी में भारत को 1983 का विश्व कप जिताने वाले कपिल ने कहा, ‘मैं बीसीसीआई को घरेलू क्रिकेट का दर्जा बचाने के मद्देनजर जरूरी कदम उठाने के लिए बधाई देता हूं. मुझे यह देखकर दुख होता था कि एक बार खिलाड़ी इंटरनेशनल क्रिकेट में खुद को स्थापित कर लेते हैं तो वे घरेलू क्रिकेट में हिस्सा लेना बंद कर देते थे.’

यह बीसीसीआई का बड़ा कदम: कपिल देव

बीसीसीआई ने केंद्रीय अनुबंध की घोषणा करते हुए खिलाड़ियों से घरेलू प्रतियोगिताओं को अहमियत देने का आग्रह किया था. देश के महानतम ऑलराउंडर ने कहा, ‘यह संदेश पहले ही दिया जाना चाहिए था. बीसीसीआई का यह कड़ा कदम है जो घरेलू क्रिकेट की प्रतिष्ठा बरकरार रखने के लिए फायदेमंद होगा.’

कपिल ने साथ ही माना कि स्थापित हो चुके स्टार खिलाड़ियों का दायित्व है कि वे घरेलू क्रिकेट खेले क्योंकि उन्हें अपने संबंधित राज्यों की ओर से खेलते हुए ही सफलता मिली है. उन्होंने कहा, ‘मैं हमेशा से इस प्रक्रिया में भरोसा करता हूं कि अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अपने संबंधित राज्य के लिए खुद को उपलब्ध कराएं. इससे घरेलू खिलाड़ियों को उनका समर्थन मिलने से मदद मिलती है. साथ ही यह राज्य संघ द्वारा दी गई सेवाओं को वापस लौटाने का भी अच्छा तरीका है.’

कपिल ने पूर्व क्रिकेटरों की पेंशन बढ़ाने पर बीसीसीआई का आभार व्यक्त करते हुए कहा, ‘मैं खुश हूं कि बीसीसीआई ने खिलाड़ियों की पेंशन की राशि बढ़ा दी है जो उनके लिए फायदेमंद रहेगी जिनका परिवार पेंशन पर निर्भर है.’

ईशान किशन पिछले साल दिसंबर के महीने में साउथ अफ्रीका दौरा बीच में छोड़कर ही घर लौट आए थे. उसके बाद से ईशान ने एक भी इंटरनेशनल मैच नहीं खेला. ईशान झारखंड के लिए रणजी ट्रॉफी खेलने नहीं आए. इसके बजाय ईशान ने आईपीएल की तैयारी शुरू कर दी, जिसमें वह मुंबई इंडियंस के लिए खेलेंगे. दूसरी तरफ श्रेयस अय्यर भी बड़ौदा के खिलाफ रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल खेलने मुंबई टीम से नहीं जुड़े.

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