उन्होंने कहा कि हमारा पहले दिन से ही संकल्प है कि नियुक्ति की प्रक्रिया अगर ईमानदारी से आगे नहीं बढ़ पा रही है तो ये युवाओं के साथ खिलवाड़ है और अपनी प्रतिभा को पलायन के लिए मजबूर करता है। अगर युवा के साथ अन्याय होता है तो यह राष्ट्रीय पाप है। पहले दिन से ही हमने तय किया है कि युवाओं के जीवन और भविष्य के साथ जो भी खिलवाड़ करेगा हम जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाकर उन तत्वों से उतनी ही सख्ती और कठोरतम तरीके से निपटने का काम करेंगे। हमारे युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सरकार पहले भी कार्रवाई करती रही है और एक बार फिर कड़ी कार्रवाई करने जा रही है।
निष्पक्ष चयन प्रक्रिया सरकार की शीर्ष प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने अलग अलग विभगों में चयनित युवाओं को प्रदेश की सेवाओं में आने के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का विजन ही डबल इंजन सरकार का मिशन भी है। निष्पक्षता और पारदर्शी तरीके से हर नौजवान को उसका अधिकार प्राप्त हो सके, सरकार इसके लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। उसी का परिणाम है कि पिछले 7 साल में 6 लाख से अधिक युवाओं को अबतक प्रदेश के शासकीय विभागों में नौकरियां प्रदान की गई हैं। नियुक्ति की प्रक्रिया सभी आयोगों और बोर्डों के माध्यम से निरंतर जारी है। एक तरफ सरकारी विभागों में पूरी सुचिता और पारदर्शिता पूर्ण तरीके से नियुक्ति की प्रक्रिया को संपन्न किया जा रहा है, वहीं नौकरी और रोजगार की नई संभावनाओं के लिए जो प्रयास प्रारंभ किये गये हैं उनके सार्थक परिणाम हमें देखने को मिल रहे हैं।